*नये मोटर वाहन नियम से भ्रष्टाचार में होगी वृद्धि - इंजी नवीन कुमार अग्रवाल* *नया नियम भ्रष्ट परिवहन अधिकारियो / कर्मचारियों/ ट्रैफिक पुलिस के लिए होगा वरदान*
जन जागृति संगम
भोपाल। भारत सरकार की भाजपा नित सरकार सड़क सुरक्षा के नाम से नए नए प्रयोग करती है और आम जन के ऊपर दंड का प्रावधान कर सड़क सुरक्षा के नाम से अपना खजाना भरती है और उस खजाने से नेताओ और अधिकारियो की जिंदगी ऐसो आराम से व्यतीत हो सके. ऐसा ही एक नया मोटर वाहन नियम 1 मार्च 2025 से लागु हो गया है जिसमे नियमो को तोड़ने पर पहले से प्रभावी दंड को 10 गुना तक बड़ा दिया है। और यह सर्वविदित है की परिवहन अधिकारियो और कर्मचारियों के साथ ही स्थानीय ट्रैफिक पुलिस के भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी और आम जन दंड के स्थान पर बिच का रास्ता अख्तियार करते है और यह नया नियम उनके लिए कुबेर के खजाने जैसा वरदान सिद्द् होगा। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन कुमार अग्रवाल ने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के ऊपर कटाक्ष करते हुए कहा की क्या मात्र जनता के खून पसीने की कमाई से दंड लेने से सड़क सुरक्षा हो जाएँगी जिससे दुर्घटनाये नहीं होंगी और अमानक एवं गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण से सड़क सुरक्षा कैसी होंगी ? जबकि सबसे ज्यादा दुर्घटनाये ख़राब एवं अमानक स्तर की सड़को से ही होती है ,उसके लिए सरकार पर जुर्माने का क्या प्रावधान किया गया है बताने का कष्ट करे ?
अग्रवाल ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की अभी भाजपा नित सरकार ने नया मोटर वाहन नियम लागु किया है जिसमे ट्रैफिक नियमो का उलंघन करने पर जुर्माने को पहले की तुलना में 10 गुना तक बड़ा दिया गया है और साथ ही जैल की सजा का प्रावधान भी किया गया है। अब हम सबको ज्ञात है की भारत में जनता से किस प्रकार की लूट खुलेआम नियमो की आड़ में सड़को पर भ्रस्ट परिवहन कर्मी एवं स्थानीय ट्रैफिक कर्मी करते है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है और भारत में मात्र सड़क सुरक्षा के नाम से किसी भी रास्ते पर खड़े होकर आने जाने वाले लोगो से किसी न किसी बहाने नियमो का डर दिखाकर उससे रुपये ऐंठकर अपनी जेब भरने का काम किया जाता है वो अलग बात है की इस प्रकार की कार्यवाही से नेता / अधिकारी / कर्मचारी अछूते रहते है और मात्र आम जन इस प्रक्रिया से प्रताड़ित होते है। और इसकी एक लम्बी लड़ाई आम आदमी पार्टी ने सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में चेकपोस्टों पर हो रही अवैध वसूली के संबंध में लड़कर सफलता हासिल की है। लेकिन पुनः इस प्रकार के नियमो से भरस्टाचार और बढ़ेगा।
अग्रवाल ने कहा की सड़क सुरक्षा के लिए मात्र जनता के ऊपर सजा के माध्यम से नियंत्रण नहीं किया जा सकता इसके लिए ट्रैफिक नियमो में संसोधन होना आवश्यक है की अगर सड़क गुणवत्तापूर्ण एवं मानक अनुसार न हो तो एक्सीडेंट होने पर सम्बंधित अधिकारियो के ऊपर सजा का प्रावधान होना चाहिए । टोल रोड पर डार्क स्पॉट या मानक अनुसार सड़क का निर्माण न होने से दुर्घटनाये हो तो सम्बंधित टोल कंपनी पर जुर्माने का एवं इलाज एवं मुआवजे का भुगतान करने का प्रावधान हो। प्रत्येक ट्रैफिक चालान कर्ता एवं स्टाफ के कंधे पर सीसीटीवी कैमरे की अनिवार्यता हो। जिससे की आम जन से अवैध वसूली न हो सके। ट्रैफिक कर्मी तो सम्पूर्ण भारत में पेड़ की छांव में बेठकर चालानी कारवाही न करे और उसके स्थान पर शहर के मुख्य चौराहे पर ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले पर चालानी कार्यवाही करे और ट्रैफिक सुधारने पर ध्यान दे। अभी सभी जानते है की भारत में ट्रैफिक कर्म्मी चौराहे की जगह पेड़ की छांव में बिठाकर आने जाने वाले गरीब आम जन को परेशान करते है और गरीब असहाय व्यक्ति पर ही चालानी कार्यवाही होती है।
अग्रवाल ने कहा की समूर्ण मध्यप्रदेश में धरातल पर अनफिट बसों का सञ्चालन हो रहा है और उसके कारन कई बार एक्सीडेंट हो चुके है लेकिन भरस्टाचार के चलते आज तक बिना रोकटोक भाजकालदराम के दम पर उनके फिटनेस सर्टिफिकेट जारी हो रहे है और साथ ही उनमे प्रेशर हॉर्न लगे हुए है जो ट्रैफिक कर्मी के सामने ही बजते है लेकिन प्रदेश में उनके ऊपर कोई कारवाही मंथली स्कीम के कारण नहीं होती है।
अग्रवाल ने कहा की एक नियम तो बड़ा विचित्र है की अगर नए नियमानुसार पीयूसी प्रमाण पत्र नहीं हुआ तो 10000 रूपये एवं 6 महीने जेल की सजा के साथ सामुदायिक सेवा करने का प्रावधान किए गया है यह सभी जानते है की भारत में इतने कितने जाँच केंद्र जाँच कर वास्तविकता से प्रमाण पत्र जारी करते है भारत में 100 रूपये देते ही प्रमाण पत्र जारी हो जाता है और गाड़ी ऑक्सीजन देने लगती है। यह किस प्रकार का नियम है जो मात्र फर्जी प्रदुसह्ण जाँच केन्द्रो को एवं भ्रस्टाचार को बढ़ावा देना वाला है।
अग्रवाल ने कहा की इस प्रकार के अमानवीय प्रावधानों को तुरंत वापस लेकर सड़क सुरक्षा के लिए उक्त कारको पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए न की आम जन को प्रताड़ित कर। अगर सजा ही एक मात्र विकल्प होता तो देश में निरंतर वर्ष दर वर्ष दुर्घटनाओं में इजाफा न होता। यह केन्दीय्र परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ईवा भाजपा नित सरकार को समझना चाहिए जो 200 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से वाहन चलाकर स्वयं ट्राफीक नियम तोड़ते है। इस सम्बन्ध में पुर्नविचार के लिए सम्बंधित अधिकारियो एवं मंत्रियो को पत्र भी प्रेषित किये गए है।
इंजी नवीन कुमार अग्रवाल
प्रदेश प्रवक्ता
आम आदमी पार्टी ,मध्यप्रदेश
9826270178
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