दस लाख के प्लाट का वैल्यूएशन एक करोड़ कर बैंक को लगाया 90 लाख का चूना* जैविक खेती के नाम पर 40 करोड़ की धांधली फसल विदेश में बेचकर किसानों के पैसे हड़पे* *_तीन बागी कांग्रेेस से निष्कासित_* *आदिम जाति कल्याण विभाग में करोडों की धोखाधडी: TCPC के प्रबंधक पर EOW में मामला दर्ज!* *
[30/6, 10:35 PM] जन जागृति संगम न्यूज:
*दस लाख के प्लाट का वैल्यूएशन एक करोड़ कर बैंक को लगाया 90 लाख का चूना*
इंदौर। दस लाख के प्लाट का वैल्यूएशन एक करोड़ रुपए करवाया और फिर उस प्लाट को बैंक में गिरवी रखकर उस पर 90 लाख का लोन बैंक मैनेजर की मदद से ले लिया। जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने बैंक मैनेजर और कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
जांच अधिकारी एसआई इतेंद्रसिंह ने बताया कि मामला बैंक ऑफ बड़ौदा अन्नपूर्णा रोड का है। इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू को बैंक के ही नए मैनेजर ने की थी। जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने तत्कालीन बंैक मैनेजर शैलेंद्रकुमार और मां भगवती ट्रेडर्स कंपनी के डायरेक्टर प्रवीण ठाकुर के खिलाफ 90 लाख की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
इन लोगों ने एयरपोर्ट टर्मिनल के पास स्थित एक गांव में काडियाबर्डी का दस हजार स्क्वेयर फीट प्लाट को बैंक में गिरवी रखा था और इस पर 90 लाख का लोन ले लिया था, लेकिन बाद में किश्त जमा नहीं की। इसके चलते जब नए मैनेजर ने मौके का मुआयना किया तो पता चला कि इस प्लाट की कीमत दस लाख से भी कम है, जिसका वैल्यूएशन एक करोड़ रुपए करवाया गया है।
यही नहीं रजिस्ट्री भी एक करोड़ की करवाई गई थी। इसमें जो डायरेक्टर ने कंपनी का खाता बताया था, वह भी फर्जी निकला। किसी और के खाते को अपनी कंपनी का बताया और खुद को मंडी व्यापारी बताकर यह लोन लिया गया था। जांच में यह सब बातें स्पष्ट होने पर ईओडब्ल्यू ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताते हैं कि आरोपी मैनेजर वर्तमान में छत्तीसगढ़ में पदस्थ है।
[30/6, 10:35 PM] जन जागृति संगम न्यूज:
*जैविक खेती के नाम पर 40 करोड़ की धांधली फसल विदेश में बेचकर किसानों के पैसे हड़पे*
*किसानों को महंगा पड़ा बिजनेस का आइडिया*
इंदौर। किसानों को बिजनेस का आइडिया देकर मंडी नही सीधे विदेश में माल बेचने का झांसा देने वाले करोड़ों की धांधली कर गए। बताया जा रहा है कि बिजनेस का आइडिया सुनकर किसानों ने एक समिति बनाई और एक किसान को उसका अध्यक्ष बना दिया। जैविक खेती में जो भी उत्पादन हुआ उसे लेकर बाद में आइडिया देने वाले रफूचक्कर हो गए।
इस मामले में क्राइम ब्रांच ने सेंधवा के प्रकाश आर्य की शिकायत पर फेयर शर्ट सर्टिफिकेशन सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हिमांशु पाठक निवासी खरगोन, तुषार पाठक व उसकी पत्नी सुधा, मां वसुंधरा, विवेक जैन, अर्पित वनकर दोनों निवासी खरगोन, रेखा पति दिनेश पटेल, दिनेश पटेल, नाटो अमबाई पटेल निवासी गुजरात, कुशल पटेल निवासी गुजरात और इंदौर के दिलीप राठौर सहित कई पर केस दर्ज किया है। आरोप है कि गोपुर चौराहे पर इन सभी की सलाह पर भीमा नायक कृषक उत्थान समिति बनाई गई थी, जिसका अध्यक्ष प्रकाश को बनाया था। समिति के सदस्य कई जिलों के किसान बने थे।
उन्हें कहा गया था कि तुम जैविक खेती करो। भारत सरकार के उपक्रम के माध्यम से उत्पादों को विदेश में भेजकर अच्छी कीमत मिलेगी। समिति के सदस्य उनकी बातों में आ गए और सैकड़ों एकड़ में जैविक खेती की। जैविक खेती का जो उत्पादन हुआ था, उसे भी ठगोरों को दे बैठे। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने माल को विदेश भी भेजा, लेकिन उसकी जो कीमत आई थी, वह समिति के सदस्यों को नही देते हुए खुद आपस में बांट ली। जो उपज समिति के सदस्यों ने आरोपियों को दी उसकी कीमत 40 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 409, 406, 467, 486, 120 बी और भादवि की धारा 34 के तहत कार्रवाई की है। साथ ही मामले की विवेचना शुरू कर दी है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
[30/6, 10:35 PM] जन जागृति संगम न्यूज:
*_तीन बागी कांग्रेेस से निष्कासित_*
_मंदसौर- जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री नवकृष्ण पाटील ने भानपुरा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष श्री विरेन्द्रसिंह हाडा की अनुशंसा पर भानपुरा एवं भैसोदा नगर परिषद मे कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियो के खिलाफ चुनाव लड रहे बागी कांग्रेसजनो को निष्कासित किया गया है_
_श्री जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश भाटी ने बताया कि दिनेश मांदलिया वार्ड क्रमांक 13 भानपुरा नगर परिषद , श्री तबरेज अंसारी वार्ड क्रमांक 5 भानपुरा नगर परिषद एवं श्री मुकेश पाटीदार को वार्ड क्रमांक 4 भैसोदा नगर परिषद के अधिकृत प्रत्याशियो के खिलाफ चुनाव लडने के चलते निष्कासन की कार्यवाही करते हुये उनकी प्रार्थमिक सदस्यता 6 साल के लिये निलंबित की गयी है_
[30/6, 10:35 PM] जन जागृति संगम न्यूज:
*आदिम जाति कल्याण विभाग में करोडों की धोखाधडी: TCPC के प्रबंधक पर EOW में मामला दर्ज!*
*झाबुआ से श्याम त्रिवेदी* ✍️
झाबुआ। आदिम जाति कल्याण विभाग के तत्कालिन प्रबंधक सुनील तलेले द्वारा विभाग में फर्जी बिल बनाकर 5 करोड से अधिक की धोखाधडी करने के मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ई.ओ.डब्ल्यू) की इंदौर इकाई द्वारा अपराध दर्ज किया गया है! विभाग द्वारा आरोपी को निलंबित किया जा चुका है!
*ऐसे किया था गबन!*
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि सुनील कुमार तलेले द्वारा फर्जी बिल बनाकर झाबुआ में संचालित प्रशिक्षण सह उत्पादन केन्द्र (टीसीपीसी) हेतु लोहे की सामग्री के निर्माण में आवश्यक कच्ची सामग्री की खरीदी की गई तथा टीसीपीसी की कैश बुक और रजिस्टर में झूठा खर्चा दिखाकर नियमों के विरूद्व कार्य कर करोडों रूपयें की राशि का गबन कर शासन को आर्थिक हानि पहुंचाई गई है!
शिकायत के मामले का सत्यापन धनंजय शाह पुलिस अधीक्षक आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इन्दौर द्वारा इकाई में पदस्थ निरीक्षक लीना मारोठ से कराया गया! जिन्होंने जांच में पाया कि सुनील तलेले द्वारा वर्ष 2010-11 से 2013-2014 में निविदा की दर में निविदा जिनकी न्यूनतम दर अनुमोदित की गई थी अतिरिक्त अन्य निविदाकार से जो कि न्यूनतम दर के है से बिकना सहमति के व सक्षम अधिकारी तात्कालीन सहायक आयुक्त से अनुमोदन प्राप्त किये बिना फर्नीचर निर्माण हेतु कच्ची सामग्री को क्रय किया गया।
*इस तरह किया करोडों का गबन!*
12 फरवरी 2014 से 26 सितंबर तक के बैंक स्टेटमेंट के परीक्षण से पाया गया कि आरापी के द्वारा फर्नीचर प्रदाय व अन्य शासकीय प्रदाय के लिए शासन की और से कुल जमा राशि 88 लाख 18 हजार 962(पूर्व का जमा राशि 19 लाख 15 हजार 614)प्राप्त हुई इस रांिश मे से संस्था प्रबंधक द्वारा वित्तीय वर्ष में कच्चा माल सामग्री व अन्य कार्य के लिए 96 लाख 37 हजार 89 रूपये का व्यय करते हुए राशि 21 लाख 60 हजार 121 रूपये की राशि निकासी टू केश (स्वयं द्वारा आहरित) की गयी है! वित्तीय वर्ष 2015-16 में 18,71,330 वर्ष 2016-17 में 8,96,730 वर्ष 2017-18 में 7,30,750 का आहरण टू कैश के रूप में बैंक खाते से आहरण किया गया! इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2014-15 से 2019-20 तक शासक से प्राप्त कुल राशि 5,60,11,990 व पूर्व से जमा राशि 19,15,614 इस प्रकार कुल राशि 5,79,26,311 रू खर्च करना पाए गए! तत्कालीन प्रबंधक टीसीपीसी सुनील तलेले द्वारा अपने पद का दुरूपयोग कर छलपूर्वक जानबूझकर अपराधिक षडयंत्र करते हुए राशि 5 करोड 79 लाख 26 हजार 311 रू का गबन कर वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर अपराध क्रमांक 69/2022 धारा’-420,409, भादवि एवं धारा-7(सी)13(1),13(2)भ्र.अनि.अधि. संशोधन 2018 के तहत पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया है!
*विभाग कर चुका निलंबित!*
आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य ने बताया कि सुनील तलेले टीसीपीसी में प्रबंधक थे! वर्ष 2013-14 में कुछ गडबडियों को लेकर इनकी जांच चल रही थी! इनके पास रिकार्ड नहीं थे! इस मामलें में निलंबित भी किया गया है!
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