बॉलीवुड के सितारे जो आजकल आदिमानव युग की तरफ वापस लौटना चाहते*यही से शुरुआत समाज मे नैतिक पतन की
जन जागृति संगम न्यूज
नारायण सिंह सिसोदिया
मानव जाति का क्रमिक विकास हुआ है ऐसा कहते हैं हमारे पूर्वज पहले आदिमानव थे अर्थात कपड़े नहीं पहनते थे धीरे-धीरे उन्होंने कपड़े पहनना भोजन उत्पादन करना और समय के साथ तरक्की की, और आज हम ऐसे युग में जी रहे हैं जहां पर मानव जाति ने लगभग सारी चीजों की खोज कर ली है और हम संपूर्ण हो गए हैं, बस यही से शुरुआत होती है हमारे नैतिक पतन की
आइए मिलते हैं हमारे कुछ बॉलीवुड के सितारे जो आजकल आदिमानव युग की तरफ वापस लौटना चाहते हैं जिनमें शामिल है उर्फी जावेद रणवीर सिंह कंगना रनौत यह वही चुनिंदा फिल्मी सितारे हैं
जो ग्लैमरस की चकाचौंध में अंधे हो चुके हैं वह यह भी भूल चुके हैं भारतीय सिनेमा के रोल मॉडल है समाज में जैसा भी आचरण करेंगे उसका सीधा प्रभाव उन बच्चो के ऊपर जो अभी नाबालिक बच्चे हैं जिनकी आयु 12 से 17 वर्ष के बीच है उनके अवचेतन मन पर इन लोगों की क्रियाकलापों का विपरित प्रभाव पड़ेगा, क्या यह सितारे हमारे गौरवशाली राजाओं या रानियों का किरदार निभाकर कर यथार्थ पर ला सकते हैं और यह उपयुक्त हे, मेरे मत में बिल्कुल नहीं हमें हमारे सार्वजनिक जीवन में मर्यादित रहना पड़ेगा स्वचंदता का इसमें लेश मात्र भी जगह नहीं हो सकती, आप इन तस्वीरों को निजी पल बताकर भारतीय समाज से पल्ला नहीं झाड़ सकते, शायद भारतीय दर्शक आज इसी कारण साउथ की फिल्मों के प्रति झुका हुआ है आज देश का एक बड़ा दर्शक समूह साउथ की फिल्में देखता है क्योंकि उन्होंने अपनी संस्कृति और मर्यादाओं को सहेजे रखा है बाहुबली मगधीरा और और भी ऐसी फिल्में हैं जिनमें सामाजिक सौहार्द को बड़ी शालीनता से बताया गया है और हर एक मूवी में पूरी मर्यादा के साथ पारिवारिक विश्लेषण किया जाता है साउथ का सिनेमा आज भी धरातल पर टिका हुआ है, जबकि हमारा बॉलीवुड कपड़े उतार कर पैसा कमाने लगा है बेहद शर्मनाक मैं इसकी निंदा करता हूं l नारायण सिंह सिसोदिया अधिवक्ता मनासा जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा नीमच मध्य प्रदेश🚩🚩🚩
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