*सावधान! शहर में तेजी से फैल रहा आई फ्लू:रोज 200 मरीज पहुंच रहे अस्पताल; आंख लाल होने के साथ पानी का रिसाव हो तो समझें गड़बड़ है*
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उज्जैन, सावधान! शहर में आई फ्लू यानी नेत्र संक्रमण कंजक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहा है। सरकारी सहित सभी अस्पतालों में रोजाना औसतन 200 रोगी इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें बच्चों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है। स्थिति ये हो गई है कि स्वास्थ विभाग को इससे बचाव व रोकथाम के लिए एडवाइजरी जारी करना पड़ी है। साथ ही सीएमएचओ ने जिलेभर के स्टोर से आई फ्लू की दवाई व ड्राप की डिमांड भी बुलवाई है, ताकि समय रहते इसकी व्यवस्था की जा सके।
नेत्र रोग विशेषज्ञों का कहना है कि तेज गर्मी के बाद बरसात होने से मौसम में तेजी से बदलाव आता है। इस मौसम में हवा के साथ प्रदूषण और नमी के चलते फंगल इंफेक्शन की समस्याएं पैदा होने लगती है। इसमें सबसे ज्यादा खतरा आंखों से जुड़ी समस्याओं का रहता है। लिहाजा इस सीजन में आई फ्लू जिसे अंग्रेजी में कंजक्टिवाइटिस कहते हैं कि आशंका रहती ही है लेकिन इस बार इसके फैलने की स्पीड दोगुना से अधिक है।
चूंकि यह एक से दूसरे में फैलने वाला संक्रमण रोग हैं, ऐसे में शुरुआती दौर में इसकी चपेट में बड़ों की बनिस्पत बच्चे ज्यादा आ रहे हैं। इन तमाम परिस्थितियों के बीच सावधानी बरतने की जरूरत हैं। खासकर उन्हें जो कि कांटेक्ट लैंस का उपयोग करते हैं। जिन्हें बार-बार आंखों की छूने की आदत है। आंखों को बार-बार न छुएं
• कॉमन चीजें शेयर नहीं करें
• हाथों को साफ करते रहें
• काला चश्मा पहनें
• आंखों को बार-बार छुए नहीं
• आंखों की जांच करवाएं
• घर से बाहर कम निकलें
स्वास्थ विभाग के अंधत्व निवारण के नोडल अधिकारी डॉ. नीलेश चंदेल ने बताया कि चरक में ही रोजाना औसतन 30 से 50 आई फ्लू के रोगी पहुंच रहे हैं। इस बीमारी के शुरुआत में आंख लाल होने लगती है। पानी का रिसाव होने के साथ आंखों में हल्का दर्द होता है, सूजन भी आता है। रोग बढ़ने पर पलकें चिपकने लगती हैं। तेज रोशनी असहज लगती है। रोगी को चाहिए कि शुरुआती लक्षण प्रतीत होने पर ही डॉक्टर की सलाह लें। आई फ्लू 4 से 5 दिन के इलाज में ठीक हो रहा है।
नेत्र संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसे लेकर बरती जाने वाली सावधानी व बीमारी की रोकथाम के लिए सुझाव व निर्देश जारी किए हैं। जिलेभर के सभी स्टोर से दवाई की डिमांड भी मंगवाई है। - डॉ. दीपक पिप्पल, सीएमएचओ
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