*कर्षि उपज मंडी के दो दिन के शासकीय अवकाश के बाद सोमवार को खुली मंडी,नही ली मंडी प्रशासन ने सुध, वाहनों की लगी लम्बी कतारे* *शहर मे लगा जाम, मंडी दुकानो की निलामी मे हुआ गोटाला,व्यापारीयो की आपत्ति के बाद निलामी हुई निरस्त*
जन जागृति संगम न्यूज़
नीमच -मनासा
डॉ बबलू चौधरी
8839021573
जहा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानो की आय दो गुनी करने मे लगे है । वही कृषि मंत्री मंडीयो की व्यवस्थाओ को सुधारने व किसानो को सुविधा मुहैय्या कराने जूटे पर निचले स्तर पर हकीकत कुछ ओर ही बया करती है। जहा मंडी प्रशासन की अव्यवसथाओ से किसानो को भारी परेशानीयो का सामना करना पडता है। मंडी प्रांगण मे किसानो के लिऐ ना ही सुलभ शौचालय ना ही महिला सुलभ शौचालय ना ही पिने के पानी की व्यवस्था नही वाहनो के लिऐ कोई व्यवस्था नहीं
यही हाल नीमच जिले की कृषि मंडी मनासा का है। यहा की अव्यवसथाओ से परेशान किसान, । सोमवार को लसन मंडी मे आऐ किसानो ने अव्यवसथाओ के चलते अपनी आप बीती मंडी सचिव रियास अहमद को सुनाई तो मंडी सचिव ने किसानो को व्यवस्था मुहैय्या कराने के बजाय किसानो पर भडक उठे, वही मंडी प्रशासन के बाशिंदे अव्यवसथाओ का ठिकरा किसानो पर ही ढोरते दिखे है। सचिव की अपनी नाकामी तब उजागर हुई। जब लसन मंडी मे कल रात से लसन लेकर आये किसानो ने दोपहर 3 बजे तक निलाम नही हुई । किसानो ने परेशानी बताई ओर दोपहर को आने वाले किसान की लसन निलाम होकर तुल गई , इस बात को लेकर भीड इकटी हो गई विवाद की स्तिथी उत्पन्न हो गई
मंडी मे विवाद होने की जानकारी मिलने पर एक मिडिया कर्मी मंडी मे कवरेज करने पहुचा तो मंडी सचिव रियाज अहमद मिडिया कर्मी पर भडक उठे जिससे साफ जाहिर होता की सचिव की अव्यवसथा का साम्राज्य बिफरा हुआ है। मंडी समय मे मंडी मे ट्रके खडी रहती है। जिस से किसानो को लम्बी कतारो मे खडा रहना पडता है। वही टीन शेट भी व्यापारीयो के माल से खाली नही है।
ज्ञात हो की कृषि उपज मंडी मनासा मे तकरीबन 55 भुखड दुकाने की निलामी मे हुई थी । जिसमे कतरीबन 7 करोड रुपए की आय कृषि उपज मंडी मनासा को हुई थी।
जिन मे सात दुकानदार ऐसे थे जिनको निलाम हुई राशी समय पर जमा नही करा पाऐ थे । उन्ही सात दुकानदार द्वारा निलाम से पुर्व जो ग्यारंटी तो पर अग्रिम राशी 15 लाख के करीब की गई थी उस राशी को मंडी प्रशासन द्वारा राज सात कर ली गई थी।
वही मंडी प्रशासन जेब मोटी करने की मंशा से पांच सात दिन बाद एक लोकल पेपर जो की मनासा मे नही बटता उस मे एक विज्ञप्ति जारी की सात दुकानो की पुनः निलाम के आवेदन आमंत्रत किये थे। चोकाने वाली बात जब सामने आई की मंडी प्रशासन व्दारा जिन व्यापारीयो की राशी राजसात की उन्ही व्यापारीयो को वही दुकाने ओनेपोने दाम मे बंदर बाट कर इती श्री कर दी जाती है। बता दे की जो भुखंड निलाम मे 53 लाख मे हुआ था वही भुखंड दुसरी निलामी मे 25 लाख मात्र मे कर दिया।जब इस बात की भनक अन्य व्यापारीयो को लगी ओर आपती ली की सात दुकानो से व्यापारीयो को फायदा पहुचाया जा रहा की तो सचिव ने वास्तविकता पर पर्दा डालने हुऐ आनन फानन मे पुनः निलाम करने को आश्वासन देकर भष्ट्राचार पर पर्दा डाला गया।
वही मंडी मे तकरीबन दस टीन शेट बने हुऐ है लेकिन वहा भी मंडी प्रशासन के अपने स्वार्थ लाभ के चलते व्यापारीयो का माल पटा पडा रहता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव
प्रशासन के बाशिदो को सभ्यता से पेश आने की बात करते है वही मंडी सचिव मिडिया कर्मी से बेतुकी से पेश आकर कवरेज करने से रोकते दिखे ।।
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