_*दौसा में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची को निकाला बाहर*_

जन जागृति संगम न्यूज़ 
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राजस्थान। करीब 17 घंटे बाद बोरवेल में गिरी बच्चीं नीरू को से कुशल प्रशासन के द्वारा बाहर निकाल लिया गया है। प्रशासन बीती देर रात भर लगातार बच्ची को निकालने का प्रयास कर रहा था जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौके पर थे और बार-बार में बच्चों से संपर्क कर बच्ची को बिस्किट और दूध खिलाने का प्रयास कर रहे थे बार-बार में बच्ची से माता-पिता की भी वार्ता करवा रहे थे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से लगातार बच्ची के ऊपर ध्यान रखा जा रहा था अब बच्ची को से कुशल बाहर निकाल लिया गया है और अस्पताल में उसे ले जाया गया है।बोरवेल में गिरी बच्चीं नीरू को बोरवेल से सकुशल कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया है। प्रशासन बीती देर   रातभर से लगातार बच्ची को निकालने का प्रयास कर रहा था। मौके पर जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार,पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा ,एनडीआरएफ टीम सहित अन्य अधिकारी मौके पर थे और बार-बार बच्चें से संपर्क कर बच्ची को बिस्किट और दूध खिलाने का प्रयास कर रहे थे।*  

*मोनिटरिंग टीम द्वारा माता-पिता की भी बच्चीं वार्ता करवा रहे थे, सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से लगातार बच्ची के ऊपर ध्यान रखा जा रहा था अब बच्ची को सकुशल बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है तथा अस्पताल में ले जाया गया है।*

टिप्पणियाँ

  1. भगवान का बहुत-बहुत धन्यवाद शुक्रिया सब कुशल वापस बाहर आ गई पुलिस प्रशासन और सहयोग करने वाले समस्त पुरुषार्थियों को धन्यवाद जितनी सराहना की जाए कम है परंतु यह दुर्भाग्य है हमारा यह पहले बच्चे नहीं है प्रतिवर्ष ना मालूम कितने मासूम बच्चे खेल के हंसते बोरवेल में गिर जाते हैं कुछ जीवित बाहर आ जाते हैं थोड़े दिन पहले एक बालक गिरा था परंतु मृत्यु बाहर निकल गया सरकार कानून टोक बनती है कई प्रकार के अध्यादेश संसद में पारित किए जाते हैं परंतु अभी तक ऐसा कोई कठोर कानून नहीं बना जिससे कि जो बोरवेल तो खुदवा लेते हैं परंतु उनका बंद नहीं करते और इसका दुष्परिणाम उन मासूम बच्चों को भुगतना पड़ता है उनके माता-पिता को भुगतना पड़ता है सरकार को विशेष करके केंद्र सरकार को संसद में ऐसा अध्यादेश लाना चाहिए की जो भी बोरवेल को खनन करवा उसके मस्तिष्क में यह बैठ जाए की यदि इसको मैंने बंद नहीं किया और खुला छोड़ दिया तो मुझे उम्र कैद अथवा फांसी की सजा हो जाए हमारे यहां कहां गया है रामायण में स्पष्ट भय बिन हो या प्रीति अपने सरकार को अगले सत्र में ऐसा कानून आवश्यक पारित करवाना चाहिए जय श्री कृष्णा जय श्री राम

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    1. उक्त टिप्पणी पतंजलि योग गुरु बंसीलाल टॉक द्वारा दी गई है जय श्री राम जय श्री कृष्णा

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