*ISRO का PSLV रॉकेट साल के अंत में 30 दिसंबर को 'POEM-4' मिशन के साथ अंतरिक्ष में कई प्रयोग करेगा। इसमें बीज उगाना, कचरा पकड़ने वाला रोबोटिक हाथ, नए प्रोपल्शन सिस्टम और 'डॉकिंग' तकनीक का परीक्षण शामिल है। 24 प्रयोगों में से 14 इसरो और 10 निजी संस्थानों द्वारा किए जाएंगे। इसे स्पैडेक्स नाम दिया गया है।*
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स्पैडेक्स मिशन के जरिए भारत अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक रखने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन स्पेस डॉकिंग में सफलता हासिल कर चुके हैं। भारत के लिए यह तकनीक मून मिशन, चंद्रमा से सैंपल लाने और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन बनाने के लिए बहुत अहम है।
इस रिसर्च के तहत अंतरिक्ष और पृथ्वी पर एक ही समय में प्रयोग किया जाएगा। पालक की कोशिकाओं को LED लाइट्स और जेल के जरिए सूर्य का प्रकाश और पोषक तत्व जैसी अहम चीजें दी जाएंगी। एक कैमरा पौधे की कोशिका के रंग और वृद्धि को रिकॉर्ड करेगा। अगर कोशिका का रंग बदलता है तो प्रयोग असफल हो जाएगा।
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