*मौत के बाद भी नहीं मिला सुकून, शव वाहन न मिलने पर कंधे पर डेडबॉडी ले गया परिवार*
जन जागृति संगम न्यूज
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सीधी। जिले से एक बार फिर इंसानियत को झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं, जहां एक मृत युवक का शव परिजनों को मजबूरी में बांस-बल्ली के सहारे कंधे पर ले जाना पड़ा परिवार का आरोप है कि शव वाहन नहीं मिलने की वजह से उन्हें इस तरह शव को तीन किलोमीटर तक कंधे पर रखकर पैदल ले जाना पड़ा यह हृदयविदारक दृश्य बुधवार को सीधी से सामने आया है।
*क्या है पूरा मामला?*
ऊंची हवेली निवासी 22 वर्षीय छोटेलाल कोल, का बुधवार रात लंबी बीमारी के चलते जिला अस्पताल में निधन हो गया रात करीब 11 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया, जिसके बाद परिजनों ने शव वाहन की मांग की अस्पताल प्रबंधन ने वाहन चालक का नंबर तो दे दिया, लेकिन जब रात 1 बजे तक वाहन नहीं पहुंचा तो मजबूर परिजनों ने खुद ही शव को कंधे पर रखकर घर ले जाने का फैसला किया।
*अस्पताल में वाहन होते हुए भी नहीं मिली सुविधा*
परिवार ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में शव वाहन खड़ा था लेकिन चालक नदारद था, जिसके बाद परिजनों ने बांस-बल्ली के सहारे शव को कंधे पर रखकर ले गए जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में तीन शव वाहन उपलब्ध हैं, जिनमें से एक खराब है, जबकि दो चालू हालत में हैं। प्रशासन के अनुसार, एक वाहन दिन में और दूसरा रात में शव ले जाने के लिए लगाया गया है लेकिन बुधवार रात शव वाहन का चालक उपलब्ध नहीं था, जिससे यह दु:खद स्थिति उत्पन्न हुई।
*अधिकारियों ने साधी चुप्पी*
इस घटना पर सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी इसरानी ने कहा, मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं दी गई थी संभवतः चालक किसी और शव को ले जाने गया होगा, इसलिए वाहन उपलब्ध नहीं हुआ। प्रशासन की इस लापरवाही ने एक बार फिर सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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